नमस्कार !
क्या कभी आपने अपने बच्चे को ध्यान से देखा है , उसे समझने की कोशिश की है? वह हर समय चुप क्यों रहता है ? वह तनाव में क्यों रहता है ? वह आपकी बात को मानना नहीं चाहता और अपने किसी भी काम में दिलचस्पी नहीं लेता।
मित्रों !
यह एक बहुत ही अजीब सी स्थिति है, जो बच्चे फेस कर रहे होते हैं । आज हम बात करेंगे तनाव की अर्थात स्ट्रेस। बच्चों को बहुत सी चीजों से स्ट्रेस हो जाता है क्योंकि वे विद्यालय जाते हैं , वहां हर प्रकार के बच्चे आते हैं और उनके मित्र बन जाते हैं और कुछ उनसे अजीब सा व्यवहार भी करते हैं।
आज हम बात करेंगे bullying की। अर्थात कुछ बच्चे आपके बच्चे को किसी न किसी वजह से छेड़ रहे हैं, तंग कर रहे हैं और इस हद तक तंग कर रहे हैं कि वह अपने आप में छुपता चला जा रहा है । इस तंग करने की वजह से कहीं ना कहीं शायद वह और बच्चों के मजाक का पात्र बन रहा है ।
यह bullying काफी वजहों से हो सकती है। कुछ शरारती बच्चे एक बच्चे को टारगेट कर लेते हैं और उसके शारीरिक लुक्स को मजाक का विषय बनाते हैं या उसके बालों को मजाक का विषय बनाते हैं । या कभी किसी अध्यापिका ने किसी बात पर आपके बच्चे को डांट दिया तो उसका भी वे मजाक बनाकर पूरे विद्यालय में फैला देते हैं। इसका क्या असर होता है ? आपका बच्चा धीरे-धीरे अंतर्मुखी होना शुरू हो जाता है । वह समझ नहीं पता कि वह अपनी इमेज को कैसे ठीक करे । जो ग्रुप आपके बच्चे को टारगेट कर रहा है, वह इतना चालाक और शातिर होता है कि दूसरे बच्चे भी उनके सामने बोल नहीं पाते हैं।
तो कृपया आप देखिए, अपने बच्चे से बात कीजिए , पता करने की कोशिश कीजिए कि कहीं ऐसी कोई बात तो विद्यालय में नहीं है ? अगले लेख में मैं तनाव के अन्य विषयों पर बात करूंगी ।
एक बात और जान लीजिए कि जब समस्या है तो उसका समाधान भी होता है और वह समाधान ढूंढना हमारा काम है।
अमिता मेहरा