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बच्चों में तनाव : भाग 3

June 16, 2025

बच्चों में तनाव का कारण सोशल मीडिया भी होता है। आज के समय में सोशल मीडिया बच्चों और किशोर के जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है । फेसबुक इंस्टाग्राम, पर्सनल चैट बॉक्स , यह सब बच्चों के मनोरंजन का, एक दूसरे से बातचीत करने का साधन बन गए हैं । एक तरफ सोशल मीडिया के द्वारा बहुत सा ज्ञान मिलता है और यह बच्चों के मनोरंजन का माध्यम भी है , परंतु दूसरी तरफ यह बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकता है ।
चलिए आज देखते हैं कि सोशल मीडिया बच्चों के लिए तनाव का कारण कैसे बनता है।
1.तुलना की भावना( comparison ) _  जब बच्चे सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों की या किन्हीं और लोगों की तस्वीर, उपलब्धियां और जीवन शैली के बारे में देखते और पढ़ते हैं, तो वे कहीं न कहीं उनकी अपने जीवन से तुलना करना शुरू कर देते हैं ।उन्हें यह समझ नहीं आता कि तस्वीर में जीवन शैली और उपलब्धियां कभी-कभी बढ़ा चढ़ा कर भी दिखाई जाती है । इससे बच्चे अपने को कम महसूस करते हैं और इस कारण से उनमें आत्म सम्मान की कमी आ जाती है और फिर उस से तनाव उत्पन्न होता है।
2. मैं छूट न जाऊं ( fear of missing out  FOMO)
जब बच्चे यह देखते हैं कि उसके ग्रुप के कुछ युवक युवतियां पार्टी कर रहे हैं या किसी कंसर्ट में जा रहे हैं या कहीं आउटस्टेशन घूमने जा रहे हैं , जब वह पाते हैं कि इसमें उन्हें शामिल नहीं किया गया , तो उन्हें डर लगना शुरू हो जाता है , वे इस बात से चिंतित हो जाते हैं कि सभी मजे कर रहे हैं और मैं इस मजेदार चीज से वंचित हो रहा हूं। उन्हें लगता है कि उनके दोस्त उनकी कोई परवाह नहीं कर रहे । इससे बच्चे बहुत तनावग्रस्त हो जाते हैं ।
3. असत्य जीवन चरित्र चित्रण ( unrealistic depiction of life ) सोशल मीडिया पर अक्सर फिल्टर की गई फोटो दिखाई जाती हैं । ऐसे  दृश्य की फोटो दिखाई जाती है जो बहुत सजावटी हैं या बहुत ही अच्छी जगह पर वह फोटो ली गई है। यह एक परफेक्ट जीवन शैली को दिखाता है। बच्चे इन सबको देखते हैं और सोचते हैं कि  यही सत्य है ,जबकि यह बहुत कुछ बनावटी होता है, लेकिन बाल मन इस बात को समझ नहीं पता और परेशानी में आ जाता है।
4. लाइक्स और कमेंट्स पर निर्भरता _ आजकल यह आम बात है कि आप कहीं घूमने जाएं या रेस्टोरेंट में खाना खाने जाएं तो सभी लोग अपनी तस्वीर सोशल मीडिया पर बढ़ा चढ़ा कर पोस्ट करते हैं और यह अपेक्षा करते हैं कि उनकी पोस्ट पर लाइक्स और कमेंट्स भी आए । कभी-कभी जब आपके बच्चे की पोस्ट पर कम कमेंट्स आए हैं और उसके दोस्तों की पोस्ट पर अधिक कमेंट्स आए हैं, तो यह बात उनके दिल को लग जाती है। उन्हें लगता है कि उनका मूल्य उनके दोस्तों में कम हो गया है। अब उनके दोस्त उन्हें चाहते नहीं है। इसलिए न कमेंट्स आ रहे हैं और न ही लाइक्स आ रहे हैं ।
मित्रों ! यह एक ऐसी सिचुएशन है जिसे हमें समझना होगा और तनाव का कारण भी हमें निकाल कर सामने रखकर , समझ कर उसका निदान करना होगा ।
अमिता मेहरा
चाइल्ड काउंसलर
लाइफ कोच